टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वजह -ए-दर्द-ए-जिंदगी

उनसे ना करो यूँ ईमान की बातें

गज़ल -- बदगुमानी में ना कहीं बदजुबान हो जाए